विनती

0 0
Read Time1 Minute, 6 Second
rambahadur
विनती करूं शीश नवाय के सुनो शारदे मांय,
लिखने में यदि भूल हुई हो, शीघ्र दीजे बताय,

शीघ्र दीजे बताय मेरी कविता हो अति सुन्दर,
अवगुण न होवे कभी इस कविता के अन्दर,

लिखे अकेला “दास”, अब आप ही हैं रक्षक,
विनती करूं हे मां! सहारा हों बन के तक्षक,

बक्सर पास सुरसरि, वहीं सुंदर एक धाम,
ताहि पश्चिम बसे भरौली,वही मेरो है गांव ,

उत्तर-पछिम है सिद्ध पीठ महादेव स्थाना,
दक्षिण छोर मां मंगला भवानी को जगजाना,

वहीं रहत हैं हम, नाम नहीं है जाना पहचाना,
इसीलिए अकेला नाम हमें पड़ा है अपनाना,

#राम बहादुर राय “अकेला”
एम.ए.(हिन्दी, इतिहास ,मानवाधिकार एवं कर्तव्य, पत्रकारिता एवं जनसंचार),बी .एड.
मानवाधिकार कार्यकर्ता एवं स्वतंत्र पत्रकार,
बलिया (उत्तर प्रदेश)

matruadmin

Average Rating

5 Star
0%
4 Star
0%
3 Star
0%
2 Star
0%
1 Star
0%

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Next Post

राम-मन्दिर

Mon Jan 21 , 2019
राम नाम की घून पर अंधकार की धूँध । ज्ञान की कमी नही फिर क्यों फूट ? हर ओर अशांति की क्यों है छूट ? मर्यादा पुरूषोत्तम के देश में मनबढू की क्यों हो रही पूछ ? जिनके नाम से उद्धार है काया उनके ही घर पर क्यों अंधकार छाया […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।