नई दिल्ली |
माननीय सर्वोच्च न्यायालय द्वारा श्रीराम जन्मभूमि मामले में अपील की सुनवाई सम्बन्धित पीठ द्वारा आगामी 10 जनवरी को सुने जाने के लिए टाल दी गई है. अच्छा होता कि सम्बंधित पीठ का गठन सुनवाई की पिछली तारीख, यानि 29 अक्टूबर, से पहले ही कर दिया जाता.
देखना यह है कि नई पीठ मामले पर क्या रुख अपनाती है, विशेषकर दिन-प्रतिदिन सुनवाई तथा अपीलों के शीघ्रातिशीघ्र निस्तारण के विषय में किए गए आग्रह के सम्बन्ध में.
हमारा यह स्पष्ट मत है कि संसदीय कानून के द्वारा इस मामले का शीघ्रातिशीघ्र निस्तारण हो सकेगा तथा हमारी केंद्र सरकार से मांग है कि वह अपने इसी कार्यकाल में यह कानून बनाए.
एडवोकेट आलोक कुमार
कार्याध्यक्ष
विश्व हिन्दू परिषद्