ख्याल दिल में तेरा आया न होता
नैन जो तुझसे लड़ाया न होता
कहना चाहती थी तुझसे मेरी आँखे
कह जाती तो ख़त आया न होता
जिगर में तेरे मैं तेरा बन के रहता
जो किया तूने मुझको पराया न होता
जलाए चराग़ मैंने तेरे दिल में
जलते गर तूने बुझाया न होता
नही ख़लूक देता तेरे दिल का कोना
जो गुल उसमे मैंने खिलाया न होता
सोगवार न होता कभी मेरा ये दिल
जो संग तेरे सपना सजाया न होता
ये हयात तेरी हसीन होती नन्हा
जो दिल उसने तेरा दुःखाया न होता
#शिवेश अग्रवाल ”नन्हाकवि”
परिचय
नाम – शिवेश अग्रवाल
साहित्यिक उपनाम – नन्हाकवि
वर्तमान पता – खिरकिया जिला हरदा
राज्य – मध्यप्रदेश
शहर -खिरकिया हरदा
शिक्षा – बी.कॉम प्रथम वर्ष
विधा – ग़ज़ल नज़्म
प्रकाशन – उड़ान (ग़ज़ल साँझा संग्रह 2017, एक रोटी मासिक पत्रिका (ओम्कारेश्वर), नागरिक वाणी (झारखण्ड), जय विजय नवी मुंबई (ई पत्रिका), वर्तमान दैनिक अंकुर अख़बार (नोएडा), नगर कथा साप्ताहिक अख़बार (इटारसी), नव्या ई पत्रिका व सोशल मीडिया पर विभिन्न पत्र पत्रिकाओं में रचना प्रकाशन।
लेखन का उद्देश्य – अंधकारमयी जीवन में प्रकाश लाना अपने लेखन से देश दुनिया में जनमानस तक सन्देश प्रेषित करना व भटको को सही राह दिखाना ।