मेरे साथ अगर संभव हो जागो मेरे साथी,
प्रेम का दिल में नव उद्भव हो जागो मेरे साथी!
०००
शक्ति ज़िन्दगी में है प्यारे सचमुच बहुत ज़रूरी,
शक्ति बिना ख़ुद शिव भी शव हो जागो मेरे साथी!
०००
दो पहियों पर चलती गाड़ी चाहे धीमे-धीमे,
मिले साथ तो जीवन नव हो जागो मेरे साथी!
०००
तन्हाई का मर्ज यार ख़ुद पल-भर में मिट जाये,
पास प्रेम का गर आसव हो जागो मेरे साथी!
०००
‘सरस’ ढूँढ़ता रहा युगों से साथ कोई दिलवाला,
मिले संग तब दुःख लाघव हो जागो मेरे साथी!
जीवनवृत
*सतीश तिवारी ‘सरस’
पिता -स्व. श्री सत्यनारायण तिवारी
जन्मतिथि -26 जनवरी
जन्म स्थान -ग्राम-मोहद,तहसील-करेली,जिला-नरसिंहपुर (म.प्र.) शिक्षा-एम.ए (समाजशास्त्र,हिन्दी साहित्य),बी.एड्.,बी.सी.जे.,पी.
जी.डी.सी.ए. सम्प्रति-हिन्दी अतिथि शिक्षक (वर्ग-1)
अध्यक्ष,साहित्य सेवा समिति,जिला-नरसिंहपुर/जिलाध्यक्ष,राष्ट्रीय हिन्दी सेवा समिति प्रकाशित कृतियाँ-(1)हाशिये पर ज़िन्दगी (ग़ज़ल संग्रह),(2)ख़त लिखे जो प्यार के (ग़ज़ल संग्रह)(3)जाने कौन..?(ग़ज़ल संग्रह),(4)नाते निभते नेह से (दोहा-कुण्डलिया संग्रह)
प्रकाशन की राह में- 1.प्रेम पिपासा (गीत संग्रह)
2.सपना (लघुकहानी संग्रह),3.क्योंकि मैं नहीं चाहता (कविता संग्रह),4.तुलसी-सरसांजलि (कुण्डलिया संग्रह)
5.कबीर-सरसांजलि (कुण्डलिया संग्रह)प्रसारण-आकाशवाणी जबलपुर से रचनायें प्रसारित
सम्पादन-‘अक्षर साधक’ (नरसिंहपुर जिले के91 कवियों का संयुक्त काव्य संग्रह),’प्रवाह'(उभरते सात कवियों का काव्य संग्रह),’प्रेरणा’मासिक (लघु पत्रिका),’प्रवाह’-2′ (9 कवियों का काव्य संग्रह),’भाव-सम्पदा'(‘काव्य अंज़ुमन’ व्हाट्सऐप संदेश पटल का आयोजन,काव्य संग्रह),’काव्य सुधा’ (संयुक्त काव्य संग्रह)
सम्मान-विविध संस्थाओं द्वारा सम्मानित
विशेष-1.वर्ष 1999 में दिल्ली में आयोजित 15 वें दलित साहित्यकार सम्मेलन में दिये जाने वाले डॉ.अम्बेडकर फेलोसिफ़ सम्मान हेतु बुलाया गया था किन्तु किसी कारणवश न पहुँच सके।
2.मध्यप्रदेश संस्कृति विभाग द्वारा आयोजित प्रतिभा खोज प्रतियोगिता के अंतर्गत साहित्य की कविता विधा में ब्लाक,जिला व संभाग स्तर पर चयनित होने के उपरांत 24 फरवरी 2016 को उज्जैन में रखी गयी राज्योत्सव प्रतिभा खोज-2016 में प्रशंसा पत्र व चेक प्रदान कर सम्मानित किया गया।सम्पर्क सूत्र-नरसिंहपुर (म.प्र.)