लहू का रंग

0 0
Read Time1 Minute, 16 Second

arpana thapaliya

केवल सैनिकों का
लहू लाल होता है
श्वेत रक्तधारियों की तो
बस जिह्वा में
उबाल होता है ।
अगर इन्हें
विरोध करना हो
सरकारी नीति का
तो
ये ही उल्लंघन करें
संविधान का,
और सड़कों पर भी
इन्हीं का
बवाल होता है।
लगा कर आग
परिस्थिति से भाग
इन्हें ,न कोई
मलाल होता है,
हर हाल में
लाभान्वित हो ं
फेंका
ऐसा जाल होता है ।
बहाते रक्त की बूँदें
बदन से
श्रंगारित ,
माँ भारती का
भाल होता है,
केवल सैनिकों का
लहू लाल होता है।
बड़ी बड़ी बातें
साथ ही
भितर घातें
स्वयम् के लिए सुविधाएँ,
सम्मान अपार
कार्य निर्वहन करते
आम जन को
जूते और लातें,
इनका तो ढंग
ही कमाल होता है
पहचान लो
श्वेत रक्त धारियों
की बस
जिह्वा में ही उबाल होता है.।
सच मानिए
केवल सैनिकों का
लहू लाल होता है
हाँ केवल सैनिकों का
लहू ही लाल होता है।
            #अपर्णा थपलियाल “रानू”

matruadmin

Average Rating

5 Star
0%
4 Star
0%
3 Star
0%
2 Star
0%
1 Star
0%

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Next Post

गज़ल 

Mon Jul 2 , 2018
ये जुदाई नहीं गवारा है । एक तू ही मिरा सहारा है।। मैने माना खुदा तुझे अपना, क्या ये कसूर भी हमारा है।। ख़्वाब मीठे भला रहें कैसे, नैन के जल का स्वाद खारा है।। फूल खिलने लगे बगीचे में, प्यार होने को अब दुबारा है।। आओ”ममता”गले लगो फिर से, […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।