पंडित अजय शर्मा गूँज स्मृति मंच द्वार माढौताल मंगल भवन के सामने गूंज काव्‍यमाला का आयोजन किया गया जिसमें मुख्य अतिथि कटनी की ग़ज़लकार मंजूलता जैन  जी रही एवं संस्कारधानी की वरिष्ठ साहित्यकार मिथलेश नायक जी द्वारा अध्यक्षता की गई l काव्‍यमाला काव्‍यमाला के  अंतर्गत माननीया मीना भट्ट जी का […]

साहित्य संगम संस्थान के विषय छंदोत्सव विशेषांक समीक्षा पर राजवीर सिंह मंत्र जी,मीना भट्ट जी,छगनलाल विज्ञजी,गुणवती गार्गी जी,बाबा कल्पनेश जी,सुनील कुमार अवधिया जी,महालक्ष्मी मेधा जी,भावना दीक्षित जी,भारती वर्मा जी,हरीष विष्ट जी,आरती डोंगरे जी,राजेश कौरव जी,ने बहुत सारगर्भित समीक्षा कर इस विशेषांक की सराहना की शुभकामनाएं दी।अत्यंत खुशी की बात ये […]

साहित्य मंडल का अनूठा प्रयास : ९० मिनट की खुले वातावरण में कवि गोष्ठी गोंदिया। भीषण गर्मी की तपन, उबा-उबा-सा मन… ‘उफ गर्मी… हाय हाय गर्मी’ का वातावरण और ऐसे में शीतलता की खोज कर आनंदित पल बिताने का एक प्रयास साहित्य मंडल गोंदिया ने शनिवार, २७ अप्रैल २०१९ को […]

साहित्य संगम संस्थान दिल्ली द्वारा 25 अप्रैल 2019 को दैनिक विषय रामायण पर सारगर्भित प्रस्तुति न सिर्फ पटल को सुहागा किये बल्कि चार चाँद लगा दिये पटल दैनिक रामायण विषय पर लगभग 25 से ज्यादा प्रतिभागियों ने अभिव्यक्ति के माध्यम से अपनी सारगर्भित प्रस्तुति दी ।यह आयोजन समय प्रातः 10 […]

गोंदिया। नगर के प्रख्यात श्री शारदा वाचनालय में २३अप्रैल को विश्वपुस्तक दिवस प्रसिद्ध कवि गीतकार एवं वाचनालय के प्रमुख ग्रंथपाल श्री शिव शर्मा की अध्यक्षता में मनाया गया। इस प्रसंग पर नगर के उपस्थित कवि श्री छगन पंचे, श्री शशि तिवारी, श्री लक्ष्मीकांत कटरे एवं श्री निखिलेशसिंह यादव ने पुष्पगुच्छ […]

साहित्य संगम व्याकरण शाला अधिक्षिका श्रीमती लता खरे जी ने बताया है किसाहित्य संगम संस्थान द्वारा संचालित व्याकरण शाला जिसमें व्याकरण की नियमित कक्षाएँ आ० लता खरे जी  के निर्देशन में आयोजित होती  है , अभी १५-०४-२०१९ से २१-०४-२०१९ तक संचालित अभ्यास कार्य में उत्कृष्ट प्रदर्शन और सक्रियता हेतु व्याकरण […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।