कल -कल ध्वनि मृदुल सुनातीं नदियाॅं । घर्र-घर्र कर बरसात में डरातीं नदियाॅं ।। इठलातीं / बलखातीं / इतरातीं नदियां ! मीलों सफर तय करतीं नदियां । ये कभी नहीं थकती नदियां ।। अमर कहानी कहतीं / कर्म निरंतर करतीं / गतिमय रहो सिखातीं नदियां ! सदा अविरल बहती रहतीं […]
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भारत की एकमात्र निःशुल्क, निःस्वार्थ संस्था “ज्ञानोत्कर्ष अकादमी,बिहार, भारत” के द्वारा साल 2021 के लिए विभिन्न क्षेत्रों मे विख्यात भारत के 15 साहित्यिक रत्नों को सम्मानित किया! जिसमें कुल 28 साहित्यकारो द्वारा विभिन्न क्षेत्रों मे लिखित पुस्तक भेज नामांकन दाखिल कराया! जिसमे संस्था की कार्यकारणी समिति के द्वारा सभी विषयों […]