मातृभाषा दिवस पर आयोजित हुआ एक अनूठा कार्यक्रम, नागपुर । अंतरराष्ट्रीय मातृभाषा दिवस के उपलक्ष्य पर कल 21 फरवरी को हिंदी की पाठशाला एवं इंडियन ट्रांस्लेटर्स ग्रुप की संस्थापक एकं निदेशक लतिका चावड़ा द्वारा एक अनूठे कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जहाँ देश भर के संस्थानों में मातृभाषा पर कविता […]

इन्दौर। रविवार को प्रोफेसर अखिलेश राव की प्रथम कृति का लोकार्पण आनंद माथुर प्रेस क्लब में संस्था रंजन कलश एवं रुक्मणी देवी वेलफेयर सोसायटी के सम्मिलित तत्वाधान में सम्पन्न हुआ। कार्यक्रम की अध्यक्षता डॉ विकास दवे ,निदेशक साहित्य अकादमी भोपाल ने की मुख्य अतिथि के रूप में वरिष्ठ साहित्यकार श्री […]

फरवरी की छहः तारीख, रविवार की सुबह जिस बुरी ख़बर को लाई, वो कभी न् भूल पाने वाली ख़बर रही। इन्दौर में जन्मी और पूरे भारत ही नहीं अपितु वैश्विक मण्डल में अपने स्वर से स्वयं को स्थापित करने वाली साधिका लता मंगेशकर की सुरलोक की यात्रा का समाचार स्तब्ध […]

एक शहर-ग्यारह घर अभियान का शंखनाद इन्दौर। भारत के एक हज़ार शहरों में हिन्दीभाषियों के विस्तार की परिकल्पना तैयार कर मातृभाषा उन्नयन संस्थान ने एक शहर-ग्यारह घर अभियान का शंखनाद किया। इस वर्ष सितम्बर माह में आने वाले हिन्दी दिवस तक संस्थान देशभर के लाखों हिन्दीप्रेमियों को एकजुट कर हिन्दी […]

कुछ वक़्त पहले मै रायपुर से भोपाल आ रही थी तो ट्रेन में साथ की सीट पर बैठे लोग अपने अपने फ़ोन या लैपटॉप पे व्यस्त थे। में भी कुछ पढ़ने में व्यस्त थी क्योकि पेपर नज़दीक थे। सफर के कुछ पांच से छह घंटे ऐसे ही बीते। तभी अचानक एक […]

सुवर्ण कानन में फलित प्राणों की स्वप्न मंजरी #डॉ सीमा भट्टाचार्य बिलासपुर (छत्तीसगढ़) #परिचय- दिल्ली पब्लिक स्कूल बिलासपुर छत्तीसगढ़ में संस्कृत विभाग में अध्यक्षा पोस्ट में कार्यरत। Post Views: 435

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।