कितना अच्छा होता बचपन, प्यारी रंग-रंगोली, सबके मन को भाती, उनकी हँसी ठिठोली | चंदन कहें बचपन को , या कहें अक्षत रोली, कितनी प्यारी लगती , तुतलाती मीठी बोली | कितना सहज होता , बच्चों का हँसना रोना , सबसे अच्छा लगता उनको, अपना खेल-खिलौना | मर्जी अपनी नहीं […]
यह अपने आप में बड़ी खबर है कि, ब्रिटेन के वैज्ञानिक अंग्रेजी के एकाधिकार के विरुद्ध आवाज उठा रहे हैं। युआन गोंजालीज़,विलियम सदरलैंड और तात्सुआ अमानो वैज्ञानिकों ने एक विज्ञान-पत्रिका में लेख लिखकर इस बात पर नाराजी जाहिर की है कि,आजकल विज्ञान संबंधी ज्यादातर शोधकार्य अंग्रेजी में होता है। गैर-अंग्रेज […]