देखो फिर से होली आई है, संग अपने खुशियां लाई है.. बैर भाव को त्यागने का, प्रेम संदेशा लाई है… देखो फिर से होली आई है…। होकर रंगों में सराबोर, मिटा दो दिलों की दूरियां.. न हो किसी से कोई रंजो-गम, चारों तरफ हों बस खुशियां.. छाई चारों तरफ,सुनहरी पुरवाई […]