उस रुठने वाले को कैसे मनाएं हम, वफ़ा करने पर भी,बेवफा कहलाए हम। जिन्दा हैं उसकी यादों के सहारे, कितने तन्हा और मजबूर.. मर भी न सके और जी भी ना सके हम। सोचा था मोहब्बत की दुनिया बसाएंगे हम, दास्ताँ अपने प्यार की सुनाएंगे हम.. वो दुनिया हमारी जलाते […]
बहस खुद से करो तो,सारे सवालों के जबाब मिल जातें हैं..और दूसरों से करो तो कई सवाल खड़े हो जाते हैं। बहस न करें दूसरों से जैसा आजकल टीवी पर होता है,टीवी की बहस निर्रथक है। समस्याओं को हटाने की बजाए समस्याएं बढ़ाई है,बस समझ की जरुरत है,इसलिये मीडिया के […]
Four details you could do just before commencing making an essay As engaging because it might possibly be to basically dispatch in into the way towards forming, you can realize important strides to look at just before in fact placing pen to paper (or fingers to console, within a sorts […]
एक औरत गर्भ से थी, पति को जब पता लगा.. कि कोख में बेटी है तो, वो उसका गर्भपात करवाना चाहते हैं। दुःखी होकर पत्नी पति से क्या कहती है- सुनो, न मारो इस नन्हीं कली को, वो खूब सारा प्यार हम पर लुटाएगी.. जितने भी टूटे हैं सपने, फिर […]
अशोक काम की तलाश में गाँव से शहर आया। पढ़ा-लिखा ज्यादा था नहीं,इसलिए मजदूरी करने लगा, लेकिन उसका साथी मजदूरों से अक्सर झगड़ा होता था। कारण था उसका बातचीत में गाली-गलौज का इस्तेमाल। इसलिए कुछ ही दिनों में काम से निकाल दिया जाता था। बेकारी के समय खर्चा चलाना मुश्किल […]
पावन प्रकृति ने प्रातः में, पुनः जगाए प्राण, कोयल के कलरव ने छेड़ी,मधुर गीत की तान। छटा बिखेरी धरती माँ ने,आँचल अपना लहराया, दूर किया सूरज ने आकर,अंधियारा था गहराया। लाल चुनर ओढ़ा दिनकर,करता माँ का सम्मान, पावन प्रकृति ने प्रातः में……। नया सवेरा कई नई,आशाएँ लेकर आया, सच करने […]
आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है।
आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं।
मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया।
इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं।
हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।