दीपक       

1
0 0
Read Time37 Second

naveen kumar bhatt

मैं
ज्ञान
दीपक
अरमान
हर अज्ञान
देता बरदान
जलकर उजेला।।
नवीन कुमार भट्ट।।।।।।।

प्रतियोगिता से इत्तर

ये
हरे
अंधेरा
तेरा मेरा
डाले बसेरा
दीपक जलके
देता नया सबेरा।।

मैं
जला
अगला
पला भला
ज्ञान की कला
है सीखता चला
दीपक पे अगला।।

#नवीन कुमार भट्ट

परिचय :

पूरा नाम-नवीन कुमारभट्ट
उपनाम- “नीर”
वर्तमान पता-ग्राम मझगवाँ पो.सरसवाही
जिला-उमरिया
राज्य- मध्यप्रदेश 
विधा-हिंदी

matruadmin

Average Rating

5 Star
0%
4 Star
0%
3 Star
0%
2 Star
0%
1 Star
0%

One thought on “दीपक       

  1. सच्ची माँ

    एक शब्द नहीं एक भाव है माँ,
    निश्वार्थ रहे वो लगाव है माँ.

    छल कपट युक्त व्यापार नहीं,
    कुछ पाने का आधार नहीं.
    वो कामधेनु वो कल्प वृक्ष,
    गंगाजल जैसा प्रेम स्वच्छ.
    वो हाथ वही तो पांव है माँ.
    एक शब्द..

    होती तो भ्रूणों की भी माँ,
    होती तो नागिन भी है माँ.
    एक मादा मात्र नहीं है माँ,
    है जहाँ ममत्व वहीं है माँ.
    कर्तव्य भरा एक चाव है माँ.
    एक शब्द..

    माँ बेहद कड़वी औषधि है,
    माँ माधव जैसी सारथि है.
    निर्भीक सद्गुणीं वीर है माँ,
    एक धर्म धनुष का तीर है माँ.
    निष्कपट सदा वर्ताव है माँ
    एक शब्द..

    जो साथ रहे वो साया है,
    जो पाले वो तो आया है.
    शिशु मिट्टी एक कुम्हार है माँ,
    हर मैल धोय जलधार है माँ.
    जो ममता से नासूर हुआ,
    वो बहुत पुराना घाव है माँ

    एक शब्द नहीं एक भाव है माँ
    निश्वार्थ रहे वो लगाव है माँ.

    रीतेश दुवे, उ.प्र. एटा

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Next Post

व्यर्थ न हो जल की बरबादी

Mon May 21 , 2018
  जल की बूंदें जीवन   धारा, जल से जीव जगत है सारा।                 जल से धरती की हरियाली,                 जल ही भोजन की  थाली। हृदय में धड़़कन  है  जल की, जलहै जीवन आशा कल की।   […]

नया नया

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।