नयापुरा स्कूल में आयोजित बाल मेले में कागज के खिलौने,भेल पुरी रहें आर्कषण का केंद्र

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बालसभा में बच्चों ने दी उम्दा प्रस्तुतियां,प्रतिभागी बच्चे हुए सम्मानित


पढ़ें-लिखें,आगे-बढ़ें छू लें आसां ऐसे पंख लगा दो….


नागदा (धार ) – बचपन के दिन कितने हसीन.. कई सीख देते बचपन के दिन ..ऊंच-नीच हम ,कुछ न जाने..हम तो सबको अपना मानें जैसी काव्य पंक्तियों से बालसभा में फैजान शाह,माही वर्मा, शुभम बोडाना, राधिका बोडाना ने बचपन की मुस्कान को पंख देकर बाल दिवस की महत्ता पर प्रकाश डाला । गुरुवार को शासकीय नवीन प्रावि नयापुरा माकनी में आयोजित बाल मेले ,बालसभा का शुभारंभ बाल केबिनेट प्रधानमंत्री मंत्री फैजान शाह,शाला प्रबंधन समिति उपाध्यक्ष माणक राठौड़ ने पूर्व प्रधानमंत्री पं.जवाहर लाल नेहरू ” चाचाजी ” के चित्र पर माल्यार्पण व दीप प्रज्जवलित कर किया । बाल मेले में बच्चों व पालकों ने भेल-पूरी,कुरकुरे, गोली,चाकलेट, मलाई बर्फी,इमली कटोरी ,बुड्ढी के बाल पॉपकॉर्न एवं बाल गोपाल चॉट चौपाटी का खूब आनंद लिया और जमकर खरीदारी की । बाल मेले में अधिकतर बच्चे ने शून्य निवेश आधारित अपने हाथों से कबाड़ से जुगाड़ की तर्ज पर खाद्य सामग्री व कागज के खिलौनों का निर्माण कर लाएं व अच्छी आमदानी की । जैसे छात्र सूरज डाबी ने अनुपयोगी कागज , लकडी से नाव,हवाईजहाज,खरगोश,धनुष, पतंग का निर्माण किया जो मेले में आर्कषण का केंद्र बना इसने कुल 32 रुपए के कागज के खिलौनों बेचें । ऐसा ही निर्माण रोशन राठौड़, देव बोडाना, माही वर्मा ने भी किया । बाल मेले सबसे ज्यादा मुनाफा कमाने वाले छात्र रोशन राठौड़, प्रथम ,छात्रा माही वर्मा,आयुषी बोडाना द्वितीय व सूरज डाबी को तृतीय स्थान प्राप्त हुआ तथा सभी प्रतिभागियों को जिन्हें मुख्य अतिथि बाल केबिनेट प्रधानमंत्री मंत्री फैजान शाह,शाला प्रबंधन समिति उपाध्यक्ष माणक राठौड़, पंच सोनीबाई राठौड़ ने शील्ड, कापी,पेन देकर सम्मानित किया ।
आयोजन में शिक्षकों ने भी अपने कर्त्तव्य पथ व सत्यनिष्ठा की शपथ ली । प्रधानाध्यापक गोपाल कौशल ने नेहरू जी के जीवन पर प्रकाश डाला ।
आंगनवाड़ी क्रमांक -1 नयापुरा माकनी में भी कार्यकर्ता कलावती कायत के मार्गदर्शन में बच्चों ने बाल गोपाल चाट चौपाटी का स्टाल लगाकर बाल दिवस हर्षोल्लास के साथ मनाया । संचालन छात्र शुभम बोडाना ने किया आभार छात्रा शानू शाह ने माना ।

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डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।