व्यंग्य संग्रह ‘पाण्डेय जी छज्जे पर’ का विमोचन व खामोशियों की गूँज पर चर्चा रविवार को

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पुस्तक विमोचन एवं चर्चा आयोजित

इन्दौर । संस्मय प्रकाशन द्वारा रविवार को लालित्य ललित के व्यंग्य संग्रह *पाण्डेय जी छज्जे पर’ का विमोचन एवं लेखिका अदिति सिंह की पुस्तक खामोशियों की गूँज पर चर्चा का आयोजन प्रेस क्लब सभागार में अपराह्न चार बजे किया जाएगा। इस आयोजन में विशिष्ट अतिथि व्यंग्य यात्रा के संपादक डॉ. प्रेम जनमेजय, लोकसभा सचिवालय के संपादक रणविजय राव व नेशनल बुक ट्रस्ट के संपादक डॉ. लालित्य ललित रहेंगे। कार्यक्रम का संचालन मनीषा व्यास करेंगी।

संस्मय प्रकाशन की संस्थापक शिखा जैन ने बताया कि ‘व्यंग्य संग्रह ‘पाण्डेय जी छज्जे पर’ में लेखक डॉ. लालित्य ललित के चुनिंदा व्यंग्य सम्मिलित हैं। जो राजनीति और सामाजिक व्यवस्थाओं पर प्रहार करते हैं।’

लेखिका अदिति सिंह ने कहा कि ‘उनकी पुस्तक में प्रेम, वात्सल्य, करुण रस की कविताओं का संग्रह है।’

अदिति सिंह की पुस्तक खामोशियों की गूँज पर वरिष्ठ साहित्यकार डॉ गरिमा दुबे व सुषमा व्यास राजनिधि चर्चा करेंगे।

आयोजन में शिक्षाविद डॉ. संजीव कुमार व ख्यात लेखक राजेश कुमार को भी सम्मानित किया जाएगा। पुस्तक विमोचन व चर्चा में शहर के सुधि साहित्यिकजनों सहित गणमान्य नागरिक सम्मिलित होंगे।

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मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।