
शम्भु प्रिया हे उमा भवानी।
छटा तुम्हारी शिवा सुहानी।।
करवा चौथ मात व्रत मेरा।
करती पूजन गौरी तेरा।।१
चंदा दर्श पिया सन करना।
मात कामना मम मन धरना।।
रहे अटल अहिवात हमारा।
मिले सदा आशीष तुम्हारा।।२
पति जीवन हित जीवन अपना।
परिजन सुख चाहत नित सपना।।
रहे दीर्घ जीवी पति देवा।
नित्य करूँ माँ प्रभु की सेवा।।३
जय जय माँ गौरी जग माई।
आज तुम्हारे द्वारे आई ।।
रहूँ सुहागिन ऐसा वर दे।
घर में खुशियाँ मंगल कर दे।।४
चंद्र चौथ के साक्ष्य हमारे।
पति परमेश्वर प्राण पियारे।।
दर्श तुम्हें फिर नीर चढाकर।
पति सन पावन प्रीत बढ़ाकर।५
सुनती कथा पूजती गवरी।
पति, शशि चौथ दर्श हित सँवरी।।
पति सन बैठ खोलती व्रत को।
जनम जनम पालूँ पति सत को।।६
नाम–बाबू लाल शर्मा
साहित्यिक उपनाम- बौहरा
जन्म स्थान – सिकन्दरा, दौसा(राज.)
वर्तमान पता- सिकन्दरा, दौसा (राज.)
राज्य- राजस्थान
शिक्षा-M.A, B.ED.
कार्यक्षेत्र- व.अध्यापक,राजकीय सेवा
सामाजिक क्षेत्र- बेटी बचाओ ..बेटी पढाओ अभियान,सामाजिक सुधार
लेखन विधा -कविता, कहानी,उपन्यास,दोहे
सम्मान-शिक्षा एवं साक्षरता के क्षेत्र मे पुरस्कृत
अन्य उपलब्धियाँ- स्वैच्छिक.. बेटी बचाओ.. बेटी पढाओ अभियान
लेखन का उद्देश्य-विद्यार्थी-बेटियों के हितार्थ,हिन्दी सेवा एवं स्वान्तः सुखायः