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जमदग्नि ऋषि हुए महान
रेणुका ने जन्मा परशुराम ।
चहुंओर गाएं मंगल गान
धन्य हुआ जानापाव धाम ।।
फूलों को दी इन्होंने खुशबू
सह्स्त्रार्जुन को देकर मात ।
अधर्म धरा से मिटाने आएं
साक्षात भगवान परशुराम ।।
करें मानव सदा नेक काम
इतिहास में अमर हो नाम ।
प्राणियों को भयमुक्त करने
आएं साक्षात भगवान परशुराम ।।
#गोपाल कौशल
परिचय : गोपाल कौशल नागदा जिला धार (मध्यप्रदेश) में रहते हैं और रोज एक नई कविता लिखने की आदत बना रखी है।
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