#पूनम झा
परिचय: पूनम झा राजस्थान के कोटा से हैं l आप ब्लॉग लिखती हैं और फेसबुक पर भी साहित्यिक समूहों में सक्रिय हैं l पुस्तकों,पत्र-पत्रिकाओं में कविताएँ,मुक्तक और लघुकथाएँ इत्यादि प्रकाशित होती रहती हैं l
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ऊपर वाले को ढ़ूंढ़ते मंदिर-मस्जिद में,
जबकि बैठा है वो अपने ही दिल में ।
प्रेम-भाव से ही ईश्वर का नाता है,
क्यों फिर मानव आडंबर अपनाता है ।
भूत, भविष्य, वर्तमान का ज्ञाता है वो,
इस संसार का भाग्य-विधाता है वो।
प्रभु की दृष्टि में तो सब है एक समान,
कृपा-दृष्टि पाए, श्रद्धा से करे जो ध्यान ।
परमात्मा तो मूक को भी पढ़ लेता है,
आत्मा की आवाज भी सुन लेता है।
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