गजब देश है मेरा..

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manjit

गजब देश है मेरा भारत,नियम निराले ढोता है,
खुद के बनाए नियम का ही नित-२ खंडन होता हैl

मंदिर में चमड़े पर देखो,रोक लगाई जाती है,
लेकिन अंदर चमड़े वाली,ढोलक पाई जाती हैl

जो लाखों का सोना देखो,मन्दिर में चढ़वाते हैं,
भीख मांगने आता कोई,उसको सदा भगाते हैंl

जो मंदिर के रुपयों से ही,अपनी पीढ़ी पाले हैं,
केवल पैसा दिखता जिनको,कैसे वो रखवाले हैl

अंदर छप्पन भोग लगे है,देशी घी तर जाता है,
और बाहर भूख से कोई,भूखा ही मर जाता हैl

कुत्ते तक से शादी करते,मानव को दुत्कारे हैं,
भूत-प्रेत के चक्कर में वो,बन जाते हत्यारे हैंl

मानव के अंदर ही देखो,गलती ढेरों छांटे है,
परम्परा के नामों पर वो,पशुओं को भी काटे हैl

तरह-तरह के पासे फेंके,देखो वो तन जाता है,
आज व्यापार करने में वो,बाबा ही बन जाता हैl

जाने कितने लोग यहाँ पे,पीड़ाओं को झेल रहे,
साधू-संत बने जो बैठे,अस्मत से है खेल रहेl

अपने सुख को पाने खातिर,हवस यहां पे फैलाए,
मानवता का ह्रास करे जो,कैसे मानव कहलाएl

      #मन्जीतसिंह अवतार

परिचय : मन्जीतसिंह अवतार उत्तरप्रदेश में जिला हापुड़ की मीनाक्षी रोड पर रहते हैंl आपकी आयु करीब २७ साल हैl आपको काव्य लेखन का शौक हैl कवि सम्मेलनों में भी कविता पाठ करते हैंl 

matruadmin

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डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।