तमन्नाओं पे शर्मिंदा

0 0
Read Time53 Second

rupesh jain

अपनी तमन्नाओं पे शर्मिंदा क्यूँ हुआ जाये

एक हम ही नहीं जिनके ख़्वाब टूटे हैं

इस दौर से गुजरे हैं ये जान-ओ-दिल

संगीन माहौल में जख़्म सम्हाल रखे हैं

नजर उठाई बेचैनी शर्मा के मुस्कुरा गयी

ख़्बाब कुछ हसीन दिल से लगा रखे  हैं

दियार-ए-सहर में दर्द-शनास हूँ तो क्या

बेरब्त उम्मीदों में ग़मज़दा और भी हैं

अहद-ए-वफ़ा करके ‘राहत’ जुबां चुप है

वर्ना आरजुओं के ऐवां और भी है

शब्दार्थ:

१. दियार-ए-सहर – सुबह की दुनियाँ

२. दर्द-शनास – दर्द समझने बाला 

३. अहद-ए-वफ़ा – प्रेम प्रतिज्ञा

४. ऐवां – महल

# डॉ. रूपेश जैन ‘राहत’

matruadmin

Average Rating

5 Star
0%
4 Star
0%
3 Star
0%
2 Star
0%
1 Star
0%

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Next Post

 थकन

Sat Jul 7 , 2018
  थके- हारे से हैं ये दिन, बड़े हताशे से हैं ये दिन.  भोर की स्फू्र्ति भी, उनींदी-सी है,  निढाल -रातें भी, सो नहीं पातीं है. बुझी आंखें सपनों से नहीं सजते, खुली आंखों की दिनचर्याएं बोझिल- सी. जाने कहां गए, वो भोर का मुलायम- रेशम -चेहरा, ओस से भीगीं […]

नया नया

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।