शिशिर की हाड़ कँपाती सर्द रातें विचरण कराती हैं किसी को स्वप्न लोक में। तो, कट जाती हैं किसी की आँखों-आँखों में। किसी के लिये बंद कमरा,नर्म-गर्म बिछौना और लिहाफ़ की गरमी भी कम पड़ती है। तो कोई, खुला आसमान, धरिणी की गोद झीनी सी चादर तानकर नख -शिख अपनी […]

भर लो अपने अंक में, उतर जाओ प्राण में भी तुम ही मेरी स्वांस हो, तुम ही जीवन आधार प्रियतम। मेरे दृग निर्झर से बहते, कातर स्वर में विनती करते ईश नहीं क्या रचा है तूने, इस वर्षा का कोई गेह घन। शून्य में मैं ताकती थी, शायद तुमको खोजती […]

बिन शब्दों के कर्ण अर्थहीन हैं, बिन चुम्बन के अधर शून्य हैंl भुजपाश बिना क्या अर्थ भुजा का, बिन स्वप्नों के नींद अधूरीl भावहीन हृदय किस मतलब का है, बिन संवेदन प्रेम भला क्याl बिन खुशियों के समय बेमानी, प्रेम बिना न गेह सुहाएl प्राणवायु बिन स्वांस न चल पाई, […]

एक बंद पड़े पुराने दराज़ से निकाली है मैंने, अपने सबसे उजले दिनों में लिखी प्रेम की कविताएं..। सबसे खूबसूरत दिनों में तुम्हारे भेजे प्रेम-पत्र, अचानक से इनके साथ ही,मेरे हाथ आ गए… कांच से भी ज्यादा मेरे हाथ में चुभने वाले। तुम्हें भेजे हुए मेरे आखिरी खत के टुकड़े, […]

चलो अब खुद को बेसहारा कर लिया जाए, एक दूसरे से अब किनारा कर लिया जाए…। साथ नहीं था मुमकिन हमारे नसीब में, दुनिया को कहने को कोई बहाना कर लिया जाए…। वो लम्हों खफा रह कर एक पल का सुकून देता है, चाहती हूँ अब इसका भी सहारा ना […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।