मैं हूँ वतनपरस्त फौजी,मुझसे प्यार मत करना, कब शहीद-ए-आम हो जाऊं,मेरा इंतजार मत करनाl सोलहवां सावन बीता,कई सावन बाकी तुम्हारे, गिंदगी बसर साथ मेरे,ख्वाब गुलजार मत करनाl सिर कफन बांध निकला हूँ मैं वतन के वास्ते, लौटूँगा लिपट तिरंगे में,खातिर मेरे दिल बेकरार मत करनाl हाँ ये सच है मुझको […]