करवा चौथ मनाऊंगा , मैं गीत प्यार के गाऊंगा । मैं भी तो अपनी सजनी के , खूब लाड़ लडॉऊंगा ।। करवा चौथ मनाऊंगा …… जब जब उसको देखता हुँ , मन खुश हो जाता मेरा , जब जब उसके पास जाऊ , तो दिल बहल जाता मेरा , उसके […]

विश्व पर्यावरण दिवस पर आओ वन और जीव को बचाने का संकल्प लें । मैं संकल्प लेता हूँ कि अपना जन्मदिन वृक्षारोपण करके मनाऊँगा और उनकी रक्षा करूँगा । और कभी जीव-जंतु को प्रताड़ित नहीं करूँगा ।।।। मुझको लगते है प्यारे , वन्यजीव देखो हमारे । अब इनको बचाना है […]

आजकल चारों ओर शादियों का माहौल चल रहा है । बहुत सारे ऐसे प्रेमी युगल होते है जो एक दूसरे से प्यार तो बेपनाह करते है , पर शादी के पवित्र बंधन में नहीं बंध पाते है  । ऐसे ही एक लड़की की शादी किसी दूसरे लड़के से हो जाती […]

किसी की नहीं सुनता मैं ये , आज कह रहा । मैं दिल से देता हूँ वोट , पैसों से नहीं , मेरा वोट है मेरा हक , शान से कह रहा ।। ये चुनावी हथकंडे है , ये तो रोज आएंगे , ये हाथो को जोड़ कर , हमारे […]

अपनी अपनी मोह्हबत में , प्रेम के गीत गाते । आजकल के प्रेम दीवाने ,वेलेंटाइन डे मनाते ।। होली और दीवाली के जैसे, प्रेम त्यौहार मनाते । लाखों प्रेम के पुजारी, सब अपना प्यार दिखाते ।। तरह-तरह के दिन मना , एक दूजे को बहलाते । अपने सनम को गुलाब […]

मृत्यु भोज खाना , बंद करो सब , एक बात मेरी , आप लोग  मानलो । अरे ! मृत्युभोज एक अभिशाप है दोस्तो , आज से ही बंद करो , दिल से ठानलो ।। मृत्यु भोज एक …………. अरे ! मौत होना  , खुशी की बात नहीं , जो तुम […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।