असमंजस में आज फिर वह माँ के पास उनके आँचल के पीछे छिपने के लिए उनके दरवाजे पर खड़ी थी। उसे पता था उसके पिता का क्रोध.. वे उससे न ही बात करेंगे न ही उसे अपने घर में स्थान देंगें। उसे भरोसा था कि माँ फिर एक बार उसे […]

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चिंतन-मनन कर पूर्ण विचार, तत्पश्चात प्रयोग कीजे अपना मताधिकार। आओ अशिक्षितों को भी अवगत कराएंं, मताधिकार का उचित प्रयोग बताएं। मँहगाई, बेरोजगारी,भ्रष्टाचार पर करे जो नियंत्रण, उसे ही चुनकर बनाना है हमें जनतंत्र। अगर चुन लिया जो आपने गलत उम्मीदवार, फिर उससे उम्मीद रखना होगी बेकार। मानव अधिकारों का होता […]

कूड़े-कचरे से अपनी जिन्दगी को ढूँढती हुई, पग-पग पर ठोकर खाती हुई,जब उस महिला को देखती हूँ गरीबी हटाओ के नारे पर सोचती हूँ। उसके फटे-पुराने कपड़ों से, जब झाँकती है उसकी जवानी राह चलते हुए लोगों की आँखें, लुक-छिपकर उसी को निहारती हैैं उसके गंदे कपड़ों और देह से […]

सभ्यते नियति-अभिशप्त ग्रीष्म परितप्त, अर्द्घ-नग्न पर्वत को सुनहली मदिरा पिलाकर, आलिंगन में बाँधकर दिगम्बर क्यों बनाती हो? उसके शुष्क श्यामल व्यथित पल-पल गगन में लहराते कुन्तलों को, कुल्हाड़ियों से काट-काटकर क्यों अपने को सजाती हो? उसके हृदय के ज़़ज़्बाती शोणित को क्यों अपने पांवों का महावर बनाती हो? अपने उच्छिष्ट […]

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अपने ईश्वर पर यकीन रख, जिंदगी में गिर उठ और आगे बढ़, पर ईश्वर पर यकीन रख। जीवन में संघर्ष कर, मुश्किलों से न डर सामना कर हर कठिनाई का, हार से न डर। गर ठहरा तू किसी जगह, तो पीछे रह जाएगा छोड़कर जग तुझे, आगे बढ़ जाएगा। तू […]

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बुधवार आधी रात को, भारतीय सेना ने  जबाव दिया आतंकवाद को। पीओके  की जद में सैनिक थे हरकत में। १५० सैनिकों का समूह, आतंकी ठिकाने  ७ किए नेस्तेनाबूत। उरी हमले में  १९ जवानों को हमने गंवाया था, इस हादसे ने पूरे देश को खून के आँसू रुलाए थे। मोदी ने […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।