`आप खुद देखिए सर जी,स्कूल की फीस,बस फीस,लंच फीस,किताबें,ड्रेस,जूते,ट्यूशन फीस,और भी न जाने क्या क्या तो लगता है बच्चों को पढ़ने में!! उस पर पता नहीं,किस मीठे में आपने प्रायवेट स्कूलों को डोनेशन(मन का अनुदान) लेने की छूट दे दी !!` वे कुछ देर चिंतन-योग के बाद बोले-`राष्ट्रहित के लिए […]