ज़ुबां पे कैसे आता मेरे इश्क का फसाना, उसे वक्त ही नहीं था जिसे चाहा था सुनाना, ============================ मेरे साथ घूमते हैं पूरी रात चाँद-तारे, इनका भी नहीं है क्या मेरी तरह ठिकाना, ============================ आज़मा ले शौक से तू गैरों की भी वफाएँ, कहीं भी नहीं मिलेगा मुझ सा तुम्हें […]
malhotra
चाँद माथे पे, निगाहों में सितारे लेकर, रात आई है देखो कैसे नज़ारे लेकर, ======================== सुबह तक याद ना करने की कसम टूट गई, नींद आई तेरी यादों के सहारे लेकर, ======================== नहीं आसां है सजा लेना हंसी चेहरे पर, भीगती आँखों में सुलगते शरारे लेकर, ======================== हाथ आया ना […]
दिल कहूँ दिलबर कहूँ दिलदार दिलरूबा कहूँ, कभी तुम्हें सनम कहूँ कभी तुम्हें खुदा कहूँ, ============================ हमसफर तू हमकदम तू हमदम तू हमराज़ तू, तुमको ही मंज़िल कहूँ तुमको ही रास्ता कहूँ, ============================ मौजूद ना होके भी तू हर वक्त मेरे पास है, महबूब मेरे किस तरह मैं तुझको बेवफा […]
महक उठी है कहीं फिरसे रातरानी क्या लौट आई दोबारा मेरी ज़िंदगानी क्या ========================== देख के ताजमहल ये सवाल उठा दिल में गरीब के इश्क की भी है कोई निशानी क्या ========================== लुटा तो दी रंगीनियों का मज़ा लेने में थी इसी काम के लिए तेरी जवानी क्या ========================== वो […]