लो चला देखो ये साल चला, अठरह को लेके काल चला। आने वाला जो उन्निस है, वो बीसो सपने पाल चला।। रूखसत कर दो अब दिसम्बर को, दुख दिल के, अॉसू के अम्बर को नवबर्ष मे नव अभियान करो, पा लो खुशियों के समन्दर को। बोरी बिस्तर ये बांध चला,लो […]

क्या इसे ‘न्यू इंडिया’ की असली तस्वीर मानें कि बीते 24 महीने में देश की एक और अभिजात संस्था सीबीआई ( सेन्ट्रल ब्यूरो आॅफ इन्वे‍स्टीगेशन) भी गहरे संदेह के दायरे में आ गई है ? संवैधानिक संस्थाअों की विश्वसनीयता में गिरावट और अराजकता की  शुरूआत निर्वाचन आयोग से हुई, जो […]

प्रसरित हो वह सूर्य-लालिमा; रजनी-चंद्रिका प्रसरित हो। शुष्क पड़ा;जन हो उद्विग्न; बाढ़ लहर लहराई हो। तप्त करे यह सूर्य की ऊष्मा; हिम-वृष्टि नहलाई हो। क्या ऐसा भी हो सकता! ‘पतझड़ ऋतु में हरियाली होl’ है जग में कुछ भी न असंभव, विजय का दूजा नाम ही संभव। आए अर्क जो […]

कम से कम इस मामले में उत्तराखंड की भाजपा सरकार ने मोदी सरकार से लीड ले ली है। वहां की विधानसभा ने गाय को ‘राष्ट्रमाता’ घोषित करने का  प्रस्ताव सर्वसम्मति से पारित कर केन्द्र सरकार को भेज दिया है। इस बारे में अंतिम फैसला केन्द्र सरकार को करना है। इसके […]

इधर अपने देश में गोरक्षा को लेकर लोग मारे जा रहे हैं, उधर इजराइल में रहस्यमयी लाल बछिया के जन्म के बाद दुनिया के अंत की आशंका से दहशत है। बताया जाता है कि यहूदियों के देश इस्राइल में इस लाल बछिया ( रेड हेफर) का अवतरण 2 हजार साल […]

क्या विडंबना है कि ‘देवताअों की अपनी भूमि’ ही ईश्वर निर्मित पंचमहाभूतों में से एक जल के तांडव से कराह रही है। जब इस हरे-भरे केरल राज्य में अोणम की तैयारियां जारी थीं, ठीक उसके पहले जल प्रलय ने राज्य में न केवल दस्तक दी, बल्कि त्राहि-त्राहि मचा दी। अोणम, […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।