मालवा  की प्यारी मीठी मालवी में लिखी गई पुस्तक “पचरंगो मुकुट ” के लिए मालवी के साहित्यकार श्री राजेश भंडारी “बाबू” को दिल्ली के खचाखच भरे  साहित्य अकादमी सभागार,रविन्द्र भवन न्यू दिल्ली  में सर्व भाषा ट्रस्ट द्वारा  २२ दिसम्बर शनिवार को  “सूर्यकांत त्रिपाठी निराला साहित्य सम्मान २०१८” प्रदान किया गया […]

हर दन खुशी की बरसात हे हर बात  निराली हे , मा बाप का प्यार मिले तो हर रात  दिवाली हे | उनकी आखो में झाकता संतुस्टी का भाव , लगता हे सारे गुलशन में फैली हरयाली हे , नहीं चाहिते हमसे वो कुछ भी लेकिन , परिवार के गुलशन […]

धन बरसाने आई लक्ष्मी ,घर – घर खुशियाँ छाई। कर दरिद्र कोसों दूर, भण्डार भरने खुद माँ आई।। भावों के दीप सजाकर, देखो कैसी रोशनी आई। अमावस के घोर तिमिर को, जीतने रोशनी छाई।। कतारें सज रही दीपों की, बाजार सजे धजे भाई। रंग बिरंगे नव परिधानों में, सजे हैं […]

*मिसाइल मैन ऑफ इंडिया:-भारत रत्न अब्दुल कलाम*   -जन्म दिन पर विशेष- संदर्भ:- विश्व विद्यार्थी दिवस ( 15 अक्टूबर ) – राजेश कुमार शर्मा”पुरोहित”         वरिष्ठ साहित्यकार पन्द्रह अक्टूबर 1931 को हमारे देश के पूर्व राष्ट्रपति अबुल पाकिर जैनुल आब्दीन अब्दुल कलाम का जन्म दिन विश्व विद्यार्थी […]

       नवरात्रि के तृतीय दिवस को माँ दुर्गा के चन्द्रघंटा रूप की पूजा की जाती है। देवी चन्द्रघंटा नव दुर्गा की तीसरी शक्ति है। चन्द्रघंटा देवी के मस्तक के मध्य घण्टा के आकार का अर्धचन्द्र है इसलिए इनको चन्द्रघंटा के नाम से अभिहित किया जाता है।    देवी […]

ees रावण भैया आपको कलयुग का शत शत प्रणाम , आप तो बुराइ के प्रतिक माने जाते थे आप तो बहुत ही बुरे थे ऐसा जाने जाते थे दहाड़ ऐसी की जानवर भी डर जाते थे आपके दहाड़ने से नहीं डरे वो थे हमारे राम रावण भैया आपको कलयुग का […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।