सब कुछ करते अपने मन से। कुछ तो करो दुसरो के लिए काम। जिसमें हो सब की भलाई कुछ तो करो ऐसे तुम काम। लगाओ पेड़ पौधे और करो लोगों का जीवन खुश हाल।। अगर रहेगा हराभारा देश हमारा । तो जन जीवन होगा सदा समान । बिना किसी बीमारी […]
देश में नई सरकार बन गई, सरकार के आते ही के. कस्तूरीरंगन समिति ने नई शिक्षा नीति का मसौदा सरकार को सौंपा था, इसके तहत नई शिक्षा नीति में तीन भाषा प्रणाली को लागू किया जाना प्रस्तावित हुआ, इसी को लेकर केंद्र के प्रस्ताव पर हंगामा मचना शुरू हो गया […]
जैसे सूर ताल के बिना संगीत अधूरा है। वैसे ही शुध्दहवाओ के बिना पर्यावरण अधूरा है। इसे अनुकूल करने के लिए हरियाली जरूरी है। स्वास्थ्य जीवन के लिए शुध्द सांसे जरूरी है।। चाहो तुम तो स्वर्ग इसे बना सकते हो। चाहो तुम ही इसे नरक बन सकते हो। दिलो की […]
कदम से कदम मिलते चलो। देश के पर्यावरण को बचाते चलो। राह में जो भी मिले लोग। उन्हें पर्यावरण के बारे में बताते चलो। कदम से कदम……..।। अभी न बचाओगे, पर्यवरण को तो। बहुत देर फिर हो जाएगी। दिल से वृक्षारोपण करने का, जज्बा तुम जगाओ। इससे ही हरयाली आएगी, […]
हत्या किसकी पार्टी या विचारधारा की, नेता या नेतृत्व की, जनता या जनादेश की, जनमत या ध्वनिमत की, वंशवाद या नौकरशाही की, राजनैतिक भविष्य या नई संभावनाओं की, प्रबंधन या प्रयोजन की, प्रश्न या प्रतिप्रश्न की, पूंजी या पूंजीवादी सम्प्रभुता की, उजाले या अँधेरे की… और भी कई बातें, कई […]
स्नेह प्यार से ही हम, जीवन को जीते हैं। तभी तो हर हाल में, हम खुश रहते हैं। देखा नही कभी भी, किसी की ऊंचाइयों की तरफ। स्वंय की योग्यता के अनुसार, अपना जीवन को जीते हैं।। न ही करता हूँ किसी से, भी कोई होड़ा होड़ी। स्वंय को देखकर […]
आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है।
आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं।
मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया।
इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं।
हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।