दोस्तो अक्षय खिलाड़ी कुमार एक ऐसे अभिनेता और हीरो है जो कभी नम्बरो की दौड़ में शामिल नही हुवे, न ही अवर्डस कि दौड़ में, साथ ही न उन्होंने इस बात की परवाह की कि साल में कम या ज्यादा फिल्मे देना है, लेकिन अक्षय आज टिकट खिड़की पर सफलता […]
केसरी बेटल ऑफ सारागढ़ी देशभक्ति का अलख जगाती, फ़िल्म समीक्षक इदरीस खत्री द्वारा,, निर्देशक अनुराग सिंह अदाकार अक्षय कुमार, परिणिती चोपड़ा, गोविंद नामदेव, राजपाल, वंश भारद्वाज, मीर सरवर, शुरूआत फ़िल्म के गाने से ही हो सकती है तेरी मिट्टी में मिल जावा, गुल बनके मैं खिल जावा, तेरी नदियों में […]
भाग 2……… निरन्तर ,,,,, होनी को अनहोनी करदे अनहोनी को होनी,,,, एक जगह जब जमा हो तीनो, अमर अकबर एंथोनी,,,, फ़िल्म के निर्देशक मनमोहन देसाई ने जब फ़िल्म का टाइटल बताया अमिताभ को तो अमिताभ डर गए और बोले, मन आजकल पारिवारिक फिल्मे चल रही है जैसे बड़ी बहन, छोटी […]
अदाकार अमिताभ बच्चन, तापसी पन्नू, अमृता सिंह, टोनी ल्यूक,मानव कौल, निर्देशक सुजॉय घोष दोस्तो फ़िल्म एक स्पेनिश फ़िल्म कांतरोतिएमो से उठाई गई है, जिसको अंग्रेजी में रिलीज किया गया था इनविजिबल गेस्ट नाम से , सिर्फ हिंदी फिल्म में लिंग बदलाव किए गए है,, फ़िल्म सस्पेंस, मर्डर मिट्री है जो […]
श्रृंखला – भाग 2 इदरीस खत्री फ़िल्म समीक्षक द्वारा अब तक छुपाए रखा, शोला दबाए रखा, देख के तुमको दिल बोला है हमको तुमसे हो गया है प्यार यह वह लाजवाब गाना है जिसमे देश के महानतम गायकों का एक गुलदस्ता था जो कि फ़िल्म इतिहास में केवल एक बार […]
यादों के झरोखे से ,,, फ़िल्म दोस्ती 1964 फ़िल्म समीक्षक इदरीस खत्री क्लासिक फिल्मो को लेकर शुरू कर रहे है यादों के झरोखे से ,,, में आज फ़िल्म दोस्ती से जुड़ी कुछ यादें जाने वालों ज़रा मूड के देखो,, या चाहूँगा तुझे सांझ सवेरे,,,, राही मनवा दुख की चिंता,, मेरा […]
आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है।
आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं।
मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया।
इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं।
हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।