राधे-राधे बोलिये,राधे में आधार। राधे रूपी जापना,राधे में संसार।। राधे वाणी राखिये,राधे से यशगान। राधे दी है जिंदगी, राधे में बलिदान।। राधे मे है एकता, राधे में घनश्याम। राधे की सारी कृपा,राधे से हर काम।। राधे का सुमिरन करें,राधे बड़ी महान। विपदायें राधे हरे,राधे नहिं अनजान।। #नवीन कुमार भट्ट परिचय […]

साहित्य संगम संस्थान दिल्ली द्वारा मासिक ऑनलाइन कवि सम्मेलन माह के प्रथम रविवार को मनाया जाता है जिसमें क्षेत्रीय बोली में कवियों की प्रस्तुति होती है,साहित्य का यह कार्य अद्वितीय व सराहनीय है।देश के कोने कोनें से कवि मनीषियों ने कार्यक्रम को सफल बनाये जिन्हें साहित्य संग संस्थान द्वारा क्षेत्रीय […]

साहित्य संगम संस्थान दिल्ली द्वारा मासिक ऑनलाइन कवि सम्मेलन माह के प्रथम रविवार को मनाया जाता है जिसमें क्षेत्रीय बोली में कवियों की प्रस्तुति होती है,साहित्य का यह कार्य अद्वितीय व सराहनीय है।देश के कोने कोनें से यह आयोजन में जुटेगे 7 अप्रैल 2019 को मनाया जायेगा  कवि मनीषियों की […]

ऐसा कुछ चुनाव होना चाहिए। एकता व सद्भाव होना चाहिए। झूठ फरेबी माया शोभित नहीं, ऐसा कुछ सुझाव होना चाहिए। कर्मठ,जुझार,मिलनसार,योग्य, इस अमल लगाव होना चाहिए। चुनावी न मतला सिर्फ प्रलोभन, इसपे सदा प्रभाव होना चाहिए। पर्चे घोषित करके छलावा नहीं, मुद्दे के प्रति छाव होना चाहिए। चुनाव का मतलब […]

साहित्य संगम संस्थान दिल्ली द्वारा होली के पर्व पर रंगोत्सव ऑनलाइन कवि सम्मेलन 15 मार्च से 21 मार्च 2019 के बीच आयोजित किया गया। यह कार्यक्रम के संयोजक आशीष कुमार पाण्डेेय जिद्दी जी थे। इस कार्यक्रम में उपस्थित साहित्यकार आदेश कुमार पंकज जी,मनोज कुमार सांवरिया मनु जी,राजवीर मंत्र जी, शिवकुमार […]

पतझड़ का ये मौसम आया। नीर तनिक न मौसम भाया।। पशु – पक्षी सब भटक रहे है। दूर-दूर तक तनिक न छाया।। बहुत कठिन के दिन ये होते। पतझड़ में भी छुपी है माया।। पतझड़ भांति समय दिखता। अलग अलग परिवर्तन पाया।। भरी जवानी मिल जुल रहते। पतझड़ की है […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।