मैं क्या बोलू अपने बारे में। क्योंकि खुद न जानू अपने बारे में। लोग बहुत कुछ कहते है मेरे बारे में। पर कभी कुछ बुरा नही सुना अपने बारे में।। दिल को अब, कैसे हम समझाए । वो मानता ही नही है। और न ही जनता है । बस नाम, […]
लूट भरी है झूठ भरी है, रग-रग ,नस-नस लूट भरी है, संस्कारों की बात न करना, हर बाला में नजर गोश्त है, हीरोइन अब न्यूड खड़ी है, कोई काम नही मिलता है, जब डिग्री के मारों को, जब सत्ता में कुंडली मारे, बहुत से नमक हरामों को, जब नफरत […]
जो बात है सही,वो छुपाई न जाएगी। झूठी कसम तो आपकी खाई न जाएगी॥ बस हादसे ही हादसे मिलते रहे मुझे। लिक्खी खुदा की बात मिटाई न जाएगी॥ चेहरे हैं बेनकाब यहाँ कातिलों के अब। लेकिन सजा-ए-मौत सुनाई न जाएगी॥ ज़ाहिद खुदा की ओर मुखातिब न कर मुझे। काफ़िर हूँ […]
जहर कुछ जात का लाओ तो कोई बात बने। आग मजहब से लगाओ तो कोई बात बने॥ देश की शाख़ मिटाओ तो कोई बात बने। फ़स्ल नफ़रत की उगाओ तो कोई बात बने॥ सख़्त लहजे में अभी बात न कीजै उनसे। मोम पत्थर को बनाओ तो कोई बात बने॥ अब […]
यूँ तीरगी के साथ ज़माने गुज़र गए। वादे तमाम करके उजाले मुकर गए॥ शायद अलग था हुस्न किसी कोहिनूर का। जन्नत की चाहतों में हजारों नफ़र गए॥ ख़त पढ़ के आपका वो जलाता नहीं कभी। कुछ तो पुराने ज़ख़्म थे पढ़कर उभर गए॥ उसने मेरे जमीर को आदाब क्या किया। […]
भाग-३…………. पत्नी की मृत्यु के बाद राकेश उस सदमे से बाहर नहीं आ पा रहा था। उसे लग रहा था कि उसकी जिंदगी भी अब खत्म हो गई है, परंतु छोटी-सी बच्ची का चेहरा देखकर वह अपने-आपको जीवित रखने का प्रयास कर रहा था। आज वो उस दोराहे पर खड़ा […]
आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है।
आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं।
मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया।
इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं।
हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।