आज कि कविता एक नितान्त भाव है. जहाँ मैं पुरुष समाज की मांसिक स्तिथि को समझने की कोसिस कर रही हूं. कल मेरा सात साल का बेटा मुझसे पूछ बैठा, माँ तुम सबसे ज्यादा प्यारी किसे करती हो, उस वक़्त मै वात्सल्य मे डूबी असीम आनंद से सरोबार थी. मैने […]

हिन्दू को न हिन्दू कहना, मुस्लिम को न मुस्लिम कहना, सिक्ख को न सिक्ख कहना, ईसाई को न ईसाई कहना, अपना धर्म उससे भी बड़ा है मानव हूँ, ‘मानवता’ धर्म है। हिन्दू को न हिन्दू कहना, मुस्लिम को न मुस्लिम कहना, सिक्ख को न सिक्ख कहना, ईसाई को न ईसाई […]

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मटका भरा-भरा जो रहता टूटा- बिखरा पड़ा हुआ है। घर जो मेरा शोर मचाता विवश आज वह खड़ा हुआ है। गाँव के बच्चे शोर मचाते हठ पर अपने अश्रु बहाते। बूढ़ी दादी खाट पर बैठे हम बच्चों को गीत सुनाती। हरा- भरा जो गाँव मेरा था टूटा बिखरा आज है। […]

सत्य का सम्बल तुम्हारे पास है, झूठ का आलम्ब लेना छोड़ दो। नित नए आयाम बस आपके होंगे, भय भी सामने तब कांपते होंगे। है प्रतिभा जो आपमें फिर झुकना क्या, तरक्की जिंदगी में तब झांकते होंगे॥ दुनिया में झूठों का भ्रम तोड़ दो, झूठ का आलम्ब लेना छोड़ दो। […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।