देखा है तिल-तिल बढ़ते हुए उठते,गिरते फिर चलते हुए.. सफलता की सीढ़ियां चढ़ते हुए, मैंने देखा है….. छोटे कद का बड़ा आदमी। संघर्ष की आग में तपते हुए, कुंदन बनकर निखरते हुए.. खुशबू-सा बिखरते हुए, मैंने देखा है………….. छोटे कद का बड़ा आदमी। कष्ट में भी मुस्कुराते हुए, सबको गले […]