अखिल भारतीय साहित्य परिषद की रतलाम इकाई के चुनाव सम्पन्न

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कैलाश वशिष्ठ अध्यक्ष, प्रकाश हेमावत महामंत्री निर्वाचित

रतलाम। हमारी जिम्मेदारी और जवाबदारी रचनाकार के रूप में यह तय करती है कि हमें क्या करना क्या नहीं करना समाज के प्रति घर के प्रति व्यक्ति के प्रति देश के प्रति हमारी कितनी जवाबदारी है वह जवाबदारी को हम कितनी ईमानदारी के साथ निर्वाह करते हैं। अखिल भारतीय साहित्य परिषद परिवार के जिम्मेदार पदाधिकारी की यह जिम्मेदारी है कि वह भी संस्था की गतिविधियों में अपना ध्यान केंद्रित करके इस परिषद को अधिक से अधिक मजबूती प्रदान करें। यह बात मुख्य अतिथि के रूप में इंदौर से आएँ त्रिपुरारीलाल शर्मा ने कही।
अखिल भारतीय साहित्य परिषद रतलाम इकाई द्वारा काव्य गोष्ठी एवं रचनाकार सम्मान समारोह आयोजित किया गया। इसमें
सुभाष यादव अखिल स्नेही सतीश जोशी भी बतौर अतिथि मौजूद रहें।
इस काव्य गोष्ठी में नवनिर्वाचित अध्यक्ष का चयन किया गया जिसमें सर्व सम्मति से कैलाश वशिष्ठ को अखिल भारतीय साहित्य परिषद रतलाम इकाई रतलाम का अध्यक्ष पद से मनोनीत किया गया महामंत्री प्रकाश हेमावत संरक्षण -सुभाषजी यादव हरिशंकर भटनागर जुझार सिंह भाटी, अखिलेश स्नेही। एवं प्रचार मंत्री  प्रकाश हेमावत, सचिव मुकेश सोनी, सहसचिव सुरेश माथुर कोषाध्क्ष गोरी शंकर खीची कार्य कारणी -अकम शिरानी ,राजेश जोशी, मुकेश  आचार्य, दिनेश बारोट सरवन महिला प्रभारी ,इन्दू सिन्हा को बनाया गया।
कार्यक्रम का संचालन प्रकाश हेमावत ने किया एवं आभार व्यक्त सुरेश माथुर ने किया

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संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।