‘मातृभाषा उन्नयन संस्थान’ हुआ सम्मानित

0 0
Read Time1 Minute, 43 Second

इन्दौर। हिन्दी भाषा की सेवा एवं प्रसार के लिए कार्यरत मातृभाषा उन्नयन संस्थान की सतत् हिन्दी सेवा एवं अनुपम कार्यों के लिए वामा साहित्य मंच द्वारा रविवार को संस्थान को सम्मानित किया गया।
यह सम्मान साहित्य अकादमी मध्यप्रदेश शासन के निदेशक डॉ. विकास दवे की अध्यक्षता में वामा की अध्यक्ष इंदु पाराशर एवं सहसचिव स्मृति आदित्य द्वारा प्रदान किया गया। सम्मान ग्रहण संस्थान के राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य नितेश गुप्ता व भावना शर्मा ने किया।

संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ ने कहा कि ‘यह सम्मान संस्थान के समस्त सदस्यों एवं हिन्दीयोद्धाओं के अतुलनीय श्रम को समर्पित है।’

संस्थान को प्राप्त हुए सम्मान पर डॉ. नीना जोशी, गणतंत्र ओजस्वी, शिखा जैन, प्रेम मंगल, सपन जैन काकड़ीवाला सहित अमित मौलिक, नरेंद्रपाल जैन, श्रीमनन्नारायन चारी विराट, मणिमाला शर्मा, अलका भार्गव, कीर्ति मेहता, शीला चंदन, अनुपमा समाधिया, डॉ. सुनीता फड़नीस, ममता सक्सेना आदि ने संस्थान को बधाई देते हुए आभार व्यक्त किया।

matruadmin

Next Post

संदीप सृजन को मिलेगा वर्ष 2023 का अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार

Fri Dec 27 , 2024
उज्जैन। साहित्य अकादमी, मध्यप्रदेश संस्कृति परिषद्, मध्यप्रदेश शासन संस्कृति विभाग, भोपाल द्वारा अखिल भारतीय पुरस्कारों की घोषणा की गई जिसमें उज्जैन के युवा साहित्यकार, पत्रकार व शब्द प्रवाह संपादक संदीप सृजन को वर्ष 2023 का अखिल भारतीय नारदमुनि पुरस्कार प्रदान किया जाएगा। साहित्य अकादमी के निदेशक डॉ विकास दवे ने […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।