ऐ खुदा तू मेरी किस्मत में खुदारा लिख दे, दौलते दोनों जहाँ मेरा इजारा लिख दे। लोग जो तंग अंधेरों की घुटन सहते हैं, रौशनी और उजालों का सहारा लिख दे॥ हर तरफ छाई हुई ग़ुरबतो नादारी है, इनकी तक़्दीर मेरे मौला दोबारा लिख दे। (शब्द अर्थ : खुदारा=छोटी-छोटी वस्तुएँ […]
आँगन-आँगन उग रहे,भौतिकता के झाड़। संस्कारों की तुलसियाँ,फेंकी गई उख़ाड़॥ मन में जब पलने लगें,ईर्ष्या द्वेष विकार। तब निश्चित ही जानिए,नैतिकता की हार॥ जिनका जीवन मंत्र है,कर्म और पुरुषार्थ। वे जन ही समझे सदा,धर्मों का भावार्थ॥ जिनके मन पैदा हुआ,वैचारिक भटकाव। डूबी है उनकी सदा,भवसागर में नाव॥ कर्म भूल जब-जब […]