बगल में पाक चीन,धरकर वेष मीन, पाने को है सियाचीन,आज आर-पार हो। राष्ट्र शांति वार्ता छोड़,ड्रैगन के शीश फोड़, अस्त्र-शस्त्र सैन्य जोड़,वैरी तार-तार हो। भारती की है पुकार,हृदय में ले हुंकार, करे सब जयकार,नस-नस ज्वार हो। राष्ट्रभक्त कविगण,कर चेतना सृजन, दिनकर भान बन ,शब्द-शब्द सार हो॥ […]