माँ का क़र्ज़

0 0
Read Time1 Minute, 10 Second

pramod kumar

कैसे चूका पाउँगा माँ तेरे कर्ज को,

मुझे प्राण देने के तेरे फ़र्ज को.

सौ बार सोचा करूँ तेरे लिए कुछ अनोखा,

पर दुनिया उसे सोचे  धोखा,

कैसे दूर  कर पाउँगा माँ तेरे उस दर्द को ,

कैसे चूका पाउँगा माँ तेरे कर्ज को,

तेरी उन लोरियों की पुचकार को,

गीतों में छिपे तेरे संगीतकार को,

कैसे चूका पाउँगा उन  गीतों की तर्ज़ को,

कैसे चूका पाउँगा माँ तेरे कर्ज को,

उंगली पकड़ कर  चलने के एहसास को,

तेरे अमृतमयी ढूध की उस मिठास को,

तेरी ममता के छिपे  मीठे मर्ज़ को

कैसे चूका पाउँगा माँ तेरे कर्ज को

सौ जन्म में भी तेरा क़र्ज़ चूका ना पाउँगा,

हर जन्म तेरी  ही कोख में जगह पाना चाहूँगा

हर जन्म में तेरा क़र्ज़ चुकाना चाहूँगा

हाँ माँ तेरा ही बेटा बनना चाहूँगा

     #प्रमोद कुमार 

Arpan Jain

Average Rating

5 Star
0%
4 Star
0%
3 Star
0%
2 Star
0%
1 Star
0%

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Next Post

माँ का बंटवारा

Sat May 12 , 2018
मदर डे विशेष आलेख…………… माँ है तो हम है, हम है तो जहान हैं। मॉं की छाव से बडी कोई दुनिया नहीं। मॉं के चरणों में जन्नत हैं, और उस जन्नत की मन्नत सदा-सर्वदा हम पर आसिन हैं। मॉं की बरकत कभी भेदभाव नहीं करती वह समान रूप से सभी […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।