एक उम्मीद है,
कि उसका होना हैl
उससे मिलकर बस
खुद को खो देना हैll
वो एक गुड़िया है,
एक खिलौना हैl
जो ना मिले तो,
बिन आँसू के रोना हैll
वो एक झील है,
मीठे रस से भरीl
मैं एक प्यास हूं,
खुद को डुबोना हैll
क्योंकि वो मरहम है,
मेरे हर घाव काl
इसलिए जमाने की चोट से,
चोटिल होना हैll
वो मीठी नींद है,
सर्द रात कीl
वो एक सपना है,
सुंदर है-सलोना हैll
वो जिद है मेरे दिल कीl
कोई लाकर मिला देl
न किसी को पाना है,
न किसी का होना हैll
आकर मिल तो ले वो मुझसे,
जब तक हम उसका नज़राना हैंl
जो हम न रहे तब तुम्हें तो,
बस तकिए भिगोना हैll
मेरी आँखों के हसीन ख्वाब,
तुम्हें पूरा करना हैl
तुम्हें किसी और का नहीं,
मेरी बांहों का होना हैll
मैं दूल्हा तुम्हारा,
तुम्हें मेरी दुल्हन होना हैl
हम हैं सबसे हसीन जोड़ी,
हमें एक ही होना हैll
#मृत्युंजय सिसोदिया
परिचय : मृत्युंजय सिसोदिया की जन्मतिथि-१९ जुलाई १९९८ तथा जन्म स्थान-डोराई,बेगूं(चितौड़गढ़-राजस्थान) हैl आपका वर्तमान निवास भी बेगूं(चितौड़गढ़) में ही हैl राजस्थान के श्री सिसोदिया की शिक्षा-बी.टेक.(अभियांत्रिकी) होने से कार्यक्षेत्र अभियांत्रिकी ही है l सामाजिक क्षेत्र में आप समाज के युवा समूह से जुड़े हुए हैं। आपकी कविताओं को अखबारों में स्थान मिला हैl ब्लॉग पर भी लिखने वाले मृत्युंजय सिसोदिया खो-खो खेल के अच्छे खिलाड़ी हैं।बचपन से ही काव्य में रूचि रखने वाले मृत्युंजय सिसोदिया के लेखन का उद्देश्य कविताओं के जरिए अपनी बात को सब तक पहुंचाना है।