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नागपंचमी,
झूले का त्योहार है
खुशी मनाओ॥
सुखद घड़ी,
रिमझिम बारिश
नाग पर्व है॥
#शैलश्री आलूर ‘श्लेषा’
परिचय : डॉ.शैलश्री आलूर का काव्यनाम ‘श्लेषा’ है। प्रारम्भिक शिक्षा के बाद एमए,बीएड और एम.फिल. करके पीएचडी की है। निवास कर्नाटक राज्य के बादामी नगर (जिला बागलकोट) में है। लेखन के लिए आपके पिता श्री शनमुखप्पा ही आपकि प्रेरणा और हिम्मत हैं।
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