खो गई है मेरी कविताएँ कहीं…

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manoranjan
ढूंढ रहा हूँ अपनी कविताओं को,
भाड़े के कमरे के कोनेकोने में..
जहाँ कमरे के बाहर खोले गए,

चप्पलों के संख्या के हिसाब से..

बढ़ जाता है किराया हर माह,
ढूंढ रहा हूँ अपनी कविताओं को..
चावल,दाल और आटे के खाली कनस्तरों में,
बेटी के दूध की बोतल में..
जिसमें तीन चौथाई पानी मिला है,
ढूंढ रहा हूँ अपनी कविताओं को..l 

पत्नी की बेबस आँखों में,
माँ की कराहों में..

`साहब` की गुर्राहटों में,

परिजनों के रहमहीन उद्गारों में..
ढूंढ रहा हूँ अपनी कविताओं को,
कुछ भूलेबिसरे दोस्तों के साथ 

गुजारे उन खुबसूरत पलों में,
(जो गलती से भी मयस्सर नहीं होते अब एक पल के लिए भी)
अभीअभी तो दिखी थी कविताएँ..
जब सोच रहा था उसकी बातें,
जो कभी मेरी हर ख़ुशी की वजह हुआ करती थी..
उसकी निश्छल मुस्कुराहटों में,
गुम हो जाते थे हर गम और दुःख की छाया भी..
पर बदले हालात में बदली उसकी मुस्कुराहटों में,
गुम हो गई मेरी कविताएँ फिर से..
ढूंढ रहा हूँ अपनी कविताएँ,

उसकी यादों के समंदर में।

                                                                                         #मनोरंजन कुमार तिवारी 

परिचय: मनोरंजन कुमार तिवारी बिहार राज्य के जिला बक्सर स्थित गाँव भद्वर के मूल रहवासी हैंl वर्तमान में गुडगाँव में रह रहे हैंl लिखना आपका शौक हैl  

matruadmin

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आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।