कवि प्रदीप नवीन ने अपनी कृतियों का विक्रय कर राशि की मंदबुद्धि विकलांग बच्चों को भेंट

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इन्दौर। कवियों का मन जितना कोमल होता है, उसी तरह उनका जीवन भी होता है। वे समाज के लिए अपना अर्पण करते हैं। ऐसा एक कार्य इन्दौर के सुप्रसिद्ध कवि और श्री मध्यभारत हिन्दी साहित्य समिति के प्रबंधकारिणी सदस्य प्रदीप नवीन ने किया।

हाल ही में उनकी सद्य प्रकाशित दो कृतियों ‘टांग उसने क्यों अड़ाई’ एवं ‘स्वतंत्रता संग्राम की वीरांगनाएँ’ का लोकार्पण कार्यक्रम संपन्न हुआ। लोकार्पण पश्चात दोनों कृतियों को पाठकों ने ख़रीदा, इससे 6500 रुपए की राशि प्राप्त हुई और इसी राशि में कवि प्रदीप नवीन ने अपनी ओर से इतनी ही धनराशि मिलाकर 13000 रुपए एवं दोनों कृतियाँ मंदबुद्धि विकलांग स्कूल की संचालिका परिहार मैडम को भेंट कर दीं। यह राशि उन बच्चों के लिए काम आएगी, यही भाव कवि को महत्त्वपूर्ण बनाता है।

इस अवसर पर शरद शर्मा, सदाशिव कौतुक, नरेन्द्र शर्मा, अर्चना अंजुम, निवेदिता पंड्या एवं प्राची बडेरिया मौजूद रहे।

matruadmin

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डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।