अपने इतिहास को न भूलें, गुरु गोविंदसिंह के संस्कार दें बच्चों को : शिवम सिंह सिसौदिया
मेहगांव | अपने अतीत को कभी न भूलें, जो अपने इतिहास को भूल जाते हैं उनका भविष्य भी सम्मान नहीं करता। हमें बच्चों को उन संस्कारों से पोषित करना होगा जो गुरु गोविंदसिंह जी ने अपने नन्हें साहिबज़ादों को दिये थे, यह बात कही युवा कवि शिवम सिंह सिसौदिया ने। अवसर था नवदुर्गा शक्ति संगठन (जेल रोड, मेहगांव) के द्वारा मातारानी के दरबार में आयोजित हुए भव्य कवि सम्मेलन का, जिसमें ग्वालियर शहर के युवा कवि शिवम सिंह सिसौदिया, कवयित्री पलक सिकरवार, शायर सुयश श्रीवास्तव और कुमार विकास ने काव्य पाठ करके श्रोताओं को देशप्रेम और भक्ति के रस में सरावोर किया।
हज़ारों की संख्या में उपस्थित श्रोताओं की भारी भीड़ ने देर रात तक चले कवि सम्मेलन में आमंत्रित कवियों का हौसला बढ़ाया। कार्यक्रम के अंत में आयोजक मंडल ने स्मृति चिह्न भेंट कर सभी कवियों का सम्मान किया। नवदुर्गा शक्ति संगठन ( जेल रोड मेहगांव) विगत 17 वर्षों से नवरात्रि की झांकी का आयोजन करता आ रहा है इस संगठन के संचालक श्री नंदकिशोर व्यास की देखरेख में प्रति वर्ष यह आयोजन होता है उन्होंने संगठन के कार्यकर्ताओं को मोतियों की भांति एक माला में पिरो के रखा हुआ है।
यह रही पंक्तियाँ –
• बेटी का होना , बड़ा होना , और फिर चले जाना
मुश्किल हैं मुश्किल होता है बेटियों को विदा करना
- अभिषेक व्यास
• सारी दुनिया धूप घनी है , छाँव की राहत मेरी माँ
द्वेश भरा है ये जग सारा , प्रेम की सूरत मेरी माँ
- कुमार विकास
• मुझको अब उनकी तस्वीर ना दिखाइए
मुझको अब माँ के आँचल मे ले जाइये
- सुयश श्रीवास्तव
• माँ तेरी गौरव गाथा को गाये सकल जहान।
अम्बर पर हम लिख आए हैं जय जय हिन्दुस्तान।।
- शिवम सिंह सिसौदिया
• पुरुषों में एक पुरुष हुआ, जग जाने जिसकी निष्ठा को।
नहीं डिगा पाया है कोई, सीतापति की प्रतिष्ठा को।।
- पलक सिकरवार