प्रदेश अध्यक्ष अमित मौलिक को पितृ शोक

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इन्दौर। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के मध्यप्रदेश के प्रदेश अध्यक्ष कवि अमित मौलिक जैन के पूज्य पिताजी सवाई सिंघई श्री संतोष कुमार जैन जी का देवलोक गमन मंगलवार मध्य रात्रि को हो गया है। अंतिम संस्कार बुधवार को इंदौर में संपन्न हुआ।

जिनका उठावना गुरुवार को प्रातः 9:30 बजे निज निवास B-82, विस्तारा टाऊनशिप, इन्दौर में होगा।
ज्ञात हो कि श्री सिंघई के तीन पुत्र अभिताप, अमित व अनुभव जैन है। श्री सिंघई की धर्मपत्नी इंदिरा जैन जी है।
श्री अमित मौलिक देश के सुप्रसिद्ध गीतकार है, इसके साथ व मातृभाषा उन्नयन संस्थान के प्रदेश अध्यक्ष भी है।
श्री सिंघई के निधन पर मातृभाषा उन्नयन संस्थान के संरक्षक डॉ वेदप्रताप वैदिक, राजकुमार कुम्भज, राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’, उपाध्यक्ष डॉ नीना जोशी, सचिव गणतंत्र ओजस्वी, कोषाध्यक्ष शिखा जैन व राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य भावना शर्मा, नितेश गुप्ता, सपन जैन काकड़ीवाला, प्रेम मंगल व वरिष्ठ पत्रकार मुकेश तिवारी, कवि गौरव साक्षी, अंशुल व्यास, जलज व्यास के साथ प्रदेश इकाइयों के अध्यक्ष श्रीमन्नारायणचारी विराट, नरेन्द्र पाल जैन, रश्मिलता मिश्रा, नसरीन अली निधि, मुकेश तांतेड़ इत्यादि ने शोक संवेदनाएँ व्यक्त करते हुए श्रद्धांजलि अर्पित की।

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डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।