मध्यप्रदेश आज रचने जा रहा इतिहास, इन्दौर से भी साहित्यकार होंगे शामिल

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हिन्दी में मेडिकल की पढ़ाई शुरू करने वाला म.प्र. देश का पहला राज्य

हिन्दी में ज्ञान का प्रकाश कार्यक्रम में शामिल होने इन्दौर से साहित्यकार रवाना

इन्दौर। मध्यप्रदेश भारत का पहला ऐसा राज्य बन रहा है जहां चिकित्सा विज्ञान की शिक्षा राजभाषा हिन्दी में आरम्भ होने जा रही है। रविवार को भोपाल के लाल परेड ग्राउण्ड पर केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह, मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ‘हिन्दी में ज्ञान के प्रकाश’ कार्यक्रम में करेंगे पाठ्यक्रम की पुस्तकों का विमोचन करेंगे। इस विमोचन समारोह में इन्दौर से हिन्दी साहित्यकारों का दल सम्मिलित होगा।
रविवार जिला प्रशासन द्वारा प्रदत्त व्यवस्थाओं के साथ अतिरिक्त कलेक्टर अभय बेडेकर व मनोहर सोमानी के माध्यम से इन्दौर के साहित्यकारों एवं हिन्दी प्रेमियों का दल श्री मध्यभारत हिन्दी साहित्य समिति से भोपाल के लिए रवाना हुआ। इसमें वरिष्ठ साहित्यकार हरेराम वाजपेयी, प्रदीप नवीन, प्रभु त्रिवेदी, नेताजी मोहिते, राममूरत राही, वरिष्ठ पत्रकार मुकेश तिवारी, मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’, मुकेश इन्दौरी, विजयसिंह चौहान, शिक्षाविद डॉ संगीता भरुका, माला ठाकुर, वंदना पुणतांबेकर, इन्दु पराशर, डॉ भरत भानु ओझा, अनिल भोजे, अशोक कोठारी, आशा मुंशी, वाणी जोशी आदि शामिल हुए।

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डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।