व्यंग्य संग्रह ‘पाण्डेय जी छज्जे पर’ का विमोचन व खामोशियों की गूँज पर चर्चा रविवार को

0 0
Read Time2 Minute, 0 Second

पुस्तक विमोचन एवं चर्चा आयोजित

इन्दौर । संस्मय प्रकाशन द्वारा रविवार को लालित्य ललित के व्यंग्य संग्रह *पाण्डेय जी छज्जे पर’ का विमोचन एवं लेखिका अदिति सिंह की पुस्तक खामोशियों की गूँज पर चर्चा का आयोजन प्रेस क्लब सभागार में अपराह्न चार बजे किया जाएगा। इस आयोजन में विशिष्ट अतिथि व्यंग्य यात्रा के संपादक डॉ. प्रेम जनमेजय, लोकसभा सचिवालय के संपादक रणविजय राव व नेशनल बुक ट्रस्ट के संपादक डॉ. लालित्य ललित रहेंगे। कार्यक्रम का संचालन मनीषा व्यास करेंगी।

संस्मय प्रकाशन की संस्थापक शिखा जैन ने बताया कि ‘व्यंग्य संग्रह ‘पाण्डेय जी छज्जे पर’ में लेखक डॉ. लालित्य ललित के चुनिंदा व्यंग्य सम्मिलित हैं। जो राजनीति और सामाजिक व्यवस्थाओं पर प्रहार करते हैं।’

लेखिका अदिति सिंह ने कहा कि ‘उनकी पुस्तक में प्रेम, वात्सल्य, करुण रस की कविताओं का संग्रह है।’

अदिति सिंह की पुस्तक खामोशियों की गूँज पर वरिष्ठ साहित्यकार डॉ गरिमा दुबे व सुषमा व्यास राजनिधि चर्चा करेंगे।

आयोजन में शिक्षाविद डॉ. संजीव कुमार व ख्यात लेखक राजेश कुमार को भी सम्मानित किया जाएगा। पुस्तक विमोचन व चर्चा में शहर के सुधि साहित्यिकजनों सहित गणमान्य नागरिक सम्मिलित होंगे।

matruadmin

Next Post

रचनाकार को उसकी समझ के अनुसार पढ़ना होगा- डॉ. जनमेजय

Tue Mar 22 , 2022
पुस्तक विमोचन एवं चर्चा सम्पन्न इन्दौर । ’रचनाकार ने जो लिखा है, उसे उसकी समझ के अनुसार पढ़ना चाहिए, उस पर अपनी समझ नहीं लादनी चाहिए। अदिति की रचनाओं में वात्सल्य भाव अधिक है, जिसमें वो स्त्री के लिए प्रार्थना करती है कि शुरुआत करने की कोई उम्र नहीं होनी […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।