अगर एक बार तुम आ जाते

0 0
Read Time50 Second

अगर एक बार तुम आ जाते,
ये आंसू आंखो से रुक जाते।
लगा लेते तुम मुझको सीने से,
सारे मन के मैल धुल जाते।।

विरह वेदना मे मै जलती हूं,
बिन अग्नि के मै जलती हूं।
अगर एक बार तुम आ जाते,
दिल के सारे शोले बुझ जाते।।

तड़फ रही हूं मै तुम्हारे लिए,
भटक रही हूं मै तुम्हारे लिए।
अगर एक बार तुम आ जाते,
पुनः जीवित होती तुम्हारे लिए।।

मत तड़फाओ अब आ जाओ,
अपना दर्श मुझे दिखा जाओ।
अगर एक बार दर्श दिखा जाते
भले ही फिर तुम लौट जाओ।।

आर के रस्तोगी
गुरुग्राम

matruadmin

Next Post

संस्कृति मंत्री उषा ठाकुर ने किया पुस्तक 'पत्रकारिता एवं अपेक्षाएँ' का विमोचन

Thu Jul 8 , 2021
इंदौर। हिन्दी पत्रकारिता से हिन्दी भाषा की क्या अपेक्षाएँ हैं? इस तथ्य को इन्दौर के लेखक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ ने अपनी पुस्तक ‘पत्रकारिता एवं अपेक्षाएँ’ में लिखा, जिसका विमोचन मध्य प्रदेश शासन में संस्कृति मंत्री उषा ठाकुर ने किया। इस पुस्तक को संस्मय प्रकाशन ने प्रकाशित किया है। सुश्री […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।