0
0
Read Time45 Second
आ गए वापिस
मेरे वतन के
हीरो करके
पाकिस्तान दहन
बिल्कुल वैसे
जैसे हनुमान ने
किया लंका दहन
मेरे देश केअभिनंदन
गए तोड़ के सीमाओं
के बंधन
तहस नहस किया
दुशमनों को
घर में उसी के
गा रहा देश सारा
वंधन और कर रहे
हमारे रघुनंदन
का अभिनंदन
बांहो में भर
लेने को बेकरार
वह न केवल पुत्र
मां का,सारा देश
अपने बच्चे कै
एक नज़र देखने
को कर रहा इंतज़ार
पूरा भारत आ खड़ा
करने स्वागत तेरा
लगा के टीका च़दन।
#कल्पना गुप्ताकल्पना रत्न
Post Views:
849