जैसे कर्म के रहे हैं,वैसे ही फल पा रहे हैं

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ये कैसे जमाना आया है,ये दुनिया कहां जा रही है।
जैसे किए हैं कर्म इसने,वैसे ही ये फल पा रही हैं।।

पेड़ काट काट कर दुनिया,प्रकृति का दोहन कर रही है।
आज मुर्दे को जलाने के लिए लकड़ी भी न मिल रही हैं।

ये कैसे संस्कार है दुनिया के अपनी सभ्यता मिटती जा रही है।
जिसके हाथ में राखी बांधी थी,उसी के साथ वह भागी जा रही है।

जिसको माना था महाशक्ति,वहीं नारी गुल खिला रही है।
अपने पति को मारकर,प्रेमी के साथ खिल खिला रही हैं।।

पारदर्शी वस्त्र पहन कर,अपने अंगों का प्रदर्शन कर रही है।
फटी जींस पहन कर,वह दुनिया को क्या दर्शाने जा रही हैं।।

शादी के पवित्र बन्धन में,आज आग लगाती जा रही है।
शादी से पहले ही लड़कियां,खूब रंगरलियां मना रही हैं।।

आज चुनाव रैलियों में काफी भीड़ इकट्ठी होती जा रही हैं।
भीड़ इकट्ठी करके आज,कोरोना को निमंत्रण देने जा रही है।।

जो होते थे कोठे में कारनामे,वे सब कोठियों में हो रहे हैं।
वैशायाओ को लोग यूंही बेकार में ही बदनाम कर रहे हैं।।

बेटा आज कलयुग में मां बाप को रोज आंखे दिखा रहा है।
उनकी प्रॉपर्टी छीनकर उनको ही वृद्धआश्रम दिखा रहा है।।

लिखने को बहुत कुछ है पर रस्तोगी का मन दुःखी हो रहा है।
क्योंकि कागज कलम भी आज मुझे ही बेदखल कर रहा है।।

आर के रस्तोगी
गुरुग्राम

matruadmin

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डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।