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जीवन परमात्मा की देन है
जीवन को न तू अपना मान
जीवन के हर एक क्षण को
जीवन का अंतिम क्षण मान
हर क्षण पुरुषार्थ का हो ध्यान
मिले सदा ही प्रभु का ज्ञान
निरहंकार रह जीवन जियो
जीवन अमानत प्रभु की जान
कर्म कोई ऐसा न होने पाये
जिससे दुखी हो कोई इंसान
विकार कदापि पनपने न दो
रुष्ट हो जाएंगे अन्यथा भगवान।
_श्रीगोपाल नारसन
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